INS : थाना भालूमाड़ा अंतर्गत अस्वनी सिंह निवासी पडोर की पुत्री काजल सिंह उम्र 18 बर्ष 17 /11 /2022 से लापता हो चुकी है किजल सिंह शहडोल कॉलेज मे b.a प्रथम की छात्रा है और एमपी बंगाल के पीछे दुर्गा कॉलोनी मे कृष्णा गुप्ता के मकान में रहती थी 19 /11 /2022 को ही मोबाइल फोन के जरिये बात हुई थी और आने के लिए कहा गया था किंतु आज दिनांक तक बेटी काजल नही पहोची अपने घर पर ।असके पिता डर गये कि मेरी बेटी कही किसी परेशानी में तो नहीतब काजल के पिता 19/ 11 /2022 को शहडोल कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मेरी बेटी गुमशुदा हो गई है उसका पता नही चल रहा पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज तो कर ली पर काजल की छान बिन नही कर रही है काजल कहा है पाता नही पिता परेशान है पर पुलिस विभाग की लापरवाह सिस्टम के जाल में फसें पिता अपने जिले के पुलिस अधिकारीयो और कलेक्टर के चौखट के आगे अपनी बात रखनें के लिए आते है पर नाकाम हो जाते है क्योंकि सरकारी कार्यक्रम में जिम्मेदार अधिकारी व्यस्त है फिर उन्होने सोचा की अब मिडिया हि है जिसके माध्यम से अपनी बात शासन और प्रशासन के सामने रखा जा सकता हैपुलिस अधिकारी जिसके पास मामल है वह पुलिस टेनिंग में व्यस्त है पुलिस कि गैरजिम्मेदारी का मामल नजर आ रहा है अब पिता परेशान है
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INS : राजस्थान। बाड़मेर जिले में 20 साल की मूक-बधिर दलित युवती के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला आया है. पीड़िता की हालत गंभीर है. उसका इलाज चल रहा है. वहीं, शिकायत के आधार पर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. घटना धोरीमन्ना थाना क्षेत्र की है. जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम करीब 7 बजे युवती पास ही के खेत में बकरियां चरा रही थी. इस दौरान बोलेरो सवार बदमाश आए, जिन्होंने दलित युवती के साथ दुष्कर्म किया. इसी बीच ग्रामीणों को आता देख सभी मौके से भाग खड़े हुए. इसके बाद युवती को सभी धोरीमन्ना के अस्पताल ले गए. साथ ही पुलिस को घटना की सूचना दी.घटना की गंभीरता को देखते हुए बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव ने धोरीमन्ना अस्पताल पहुंचकर पीड़िता और उसके परिजनों से जानकारी ली. साथ ही एसएचओ को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए. एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि मूक-बधिर युवती के साथ बलात्कार की बात सामने आई है. पुलिस मेडिकल बोर्ड से पहले मेडिकल करवाएगी. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमों का गठन किया गया है. पुलिस से मिली जानकारी में सामने आया है कि युवती के मूक-बधिर होने के कारण आरोपियों की पहचान नहीं हो पा रही है. धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई का कहना है कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. मूक-बधिर होने के कारण युवती कुछ भी बता पाने में असक्षम है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
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INS : पूर्व कलेक्टर को अंधेरे में रख कर दी कांउंसलिंगBRC-APC की नियुक्ति का मामलाउमरिया में हुए कारनामे वैसे तो किसी से छुपे नही है और इनके उजागर होने के साथ साथ बड़े अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं॥ ऐसा ही एक मामला जिले में सामने आया जब वर्षो से खाली पड़े पदों को भरने का निर्देश राज्य शिक्षा केन्द्र ने सभी जिला अधिकारियों को दिये मगर उमरिया में नियम को तार तार करते हुए चयन समिति ने स्वयं ही अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है और अब कलई खुलने के डर से सारा का सारा ठीकरा पूर्व कलेक्टर पर फोड़ा जाने लगा है, दरअसल माल कमाने के चक्कर में चयन समिति में शामिल जिम्मेदारों ने कलेक्टर को भी नही बक्शा और नियम के विपरीत होकर BRC और APC की नियुक्ति कर डाली जबकि शासन के निर्देश कुछ और ही बंया कर रहे है॥ यहां तक कि चयन समिति ने अपराधिक रिकार्ड सहित विभागीय जांच और न्यायालीन प्रकरणों को स्पष्ट करना था लेकिन पूर्व कलेक्टर को अंधेरे में रखकर सारी नियुक्ति पत्र कांउंसलिंग के माध्यम से जारी कर डाली॥ जिसके बाद अब जिला शिक्षा अधिकारी और सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में हड़कंप मच गया है, इस लापरवाही की शिकायत भी कराई जा चुकी है, जिस पर चयन समिति में शामिल साहिबानों के पैरो तले से जमीन ही खिसक गई है॥यह रहे चयन समिति मेंराज्य शिक्षा केन्द्र ने अपने पत्र क्रमांक 2022/4284 दिनांक 19-7-2022 में जिले के समस्त योग्यता धारी की पात्रता और अन्य दस्तावेज जांच करने कहा था था, उनमें जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, प्राचार्य डाईट, जिला संसाधन केन्द्र एवं जिला परियोजना समन्वयक की समिति जिनकी अध्यक्षता, वरिष्ठतम अधिकारी द्वारा अभ्यर्थियों के जमा आवेदन और अन्य दस्तावेजों की स्कूटनी करेगी साथ ही यह समिति यह भी जांच करेगी कि समिति द्वारा पात्र अभ्यर्थि के विरुद्ध किसी भी प्रकार का न्यायालयीन प्रकरण, विभागीय जांच एंव आपराधिक प्रकरण अन्य जांच प्रचलित न हो, पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर इन सब के बाद भी अभ्यर्थियों के चयन या फिर उनके खिलाफ किसी भी प्रकरण का दावा होता है तो उसकी समस्त जवावदेही जिला परियोजना समन्वय की होगी॥ जांचे लंबित, प्रकरण कायम, फिर भी नियुक्त हुए सर जीजिले में विकासखंड स्त्रोत समन्वयक एवं सहायक परियोजना समन्वयकों के रिक्त पदों की भर्ती की जानी थी, जिसके लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने बकायदा विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित किया था, जिसके तहत धानेन्द्र तिवारी, यज्ञसेन त्रिपाठी, कमलेश प्रजापति, विनय चतुर्वेदी, विवेक मिश्रा, गफ्फार खान, के जी भट्ट, लक्ष्मी पटेल और राकेश निगम ने आवेदन किया, जिन्हें वरीयता और मेरिट के आधार पर पोस्टिंग की जानी थी, आदेश में यह भी स्पष्ट था कि पोस्टिंग भी वही की जाये तो मूल गृह न हो, जिसके तहत दो लोगों ने वरीयता रखते हुए अपनी पोस्टिंग नही ली, अब 9 लोगों में से 7 लोग बचे, जिसमें 3 BRC और 4 APC बचे॥ अब बात यहां अटक जाती है कि चयन समिति ने न तो इनकी प्रचलित जांच देखा और न ही आपराधिक रिकार्ड और कलेक्टर को अंधेरे में रखते हुए यज्ञसेन त्रिपाठी बीआरसी मानपुर, विनय चतुर्वेदी बीआरसी करकेली और विवेक मिश्रा को बीआरसी पाली में पदस्थ कर दिया गया वहीं एपीसी पद पर गफ्फार खान, केजी भट्ट, लक्ष्मी पटेल और राकेश निगम को पदस्थ कर दिया गया॥ शासन के निर्देश के बाद भी चयन समिति ने इनके रिकार्ड नही चेक किये जिसके बाद अब सवाल खड़े हो गये हैं, वहीं समिति ने पूर्व कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को भी अंधेरे में रखा और नियुक्ति कर दी॥
INS : दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब की पुलिस कस्टडी चार दिन के लिए बढ़ा दी है। आफताब की पुलिस कस्टडी आज खत्म होने वाली थी। आफताब को विशेष सुनवाई के तहत कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान आफताब ने जज के सामने कहा कि उसने जो कुछ भी किया, वो बिना सोचे समझे गुस्से में किया। आफताब ने कोर्ट ने कहा कि वह जांच में सहयोग कर रहा है। उसने जहां शव के टुकड़े फेंके, उसने उन जगहों की जानकारी दी। आफताब ने कहा कि वह सब कुछ बताएगा, लेकिन घटना को ज्यादा दिन हो जाने की वजह से वह कई चीजों को याद नहीं कर पा रहा है। आफताब ने तालाब का भी मैप बनाया है, जहां उसने श्रद्धा का सिर फेंका था।इससे पहले पुलिस ने सोमवार को महरौली के जंगलों से एक जबड़ा और कुछ हड्डियां बरामद कीं। दिल्ली पुलिस इसे लेकर एक डेंटिस्ट के पास पहुंची है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह जबड़ा श्रद्धा का ही है, या नहीं। डेंटिस्ट इस जबड़े की जांच में जुट गए हैं। आफताब का सोमवार को नार्को टेस्ट नहीं हो पाया। दरअसल, नार्को टेस्ट से पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होना है। इससे पहले कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को 5 दिन में आफताब का नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया था। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट से आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत मांगी। बताया जा रहा है कि आफताब ने भी अपनी सहमति दे दी है।आफताब ने पूछताछ में वह जगह बता दी है, जहां उसने श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल हथियार फेंके थे। पूछताछ में आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा मर्डर में इस्तमाल आरी और ब्लेड को गुरुग्राम की DLF फेज 3 की झाड़ियो में फेंका है। वहीं, चापड़ उसने महरौली के 100 फीट रोड स्थित कूड़ेदान में फेंक दिया था। दिल्ली पुलिस की टीम 2 बार गुरुग्राम में उन झाड़ियो की जांच कर चुकी है। 18 नवंबर को यहां जांच के बाद दिल्ली पुलिस की टीम गुरुग्राम की झाड़ियो से कुछ सबूत लेकर निकली थी, जिसे CFSL जांच के लिए भेजा गया है। इसके बाद 19 नवंबर की जांच में दिल्ली पुलिस मेटल डिटेक्टर के साथ गुरुग्राम गई थी, लेकिन उस दिन दिल्ली पुलिस खाली हाथ ही वापस लौटी।अभी तक पुलिस को हत्या में इस्तेमाल हथियार, श्रद्धा के शव के बाकी टुकड़े जैसे अहम सबूत नहीं मिले हैं। दिल्ली के कई इलाकों में सर्च जारी है। मैदानगढ़ी का तालाब भी खाली कराया जा रहा है। हालांकि, पुलिस को सोमवार को तालाब खाली कराना बंद करना पड़ा। दरअसल, इसमें सीवर का पानी गिर रहा है। पुलिस ने रविवार को 1 लाख लीटर पानी खाली कराया था, लेकिन सीवर से पानी आने के चलते तालाब फिर से उतना ही भर गया। ऐसे में पुलिस गोताखोरों की मदद लेने पर विचार कर रही है। हालांकि, यह भी उतना आसान नहीं है, क्योंकि तालाब में काफी मलबा भी है।
INS : बेंगलुरु: कर्नाटक के चामराजनगर जिले में दलित महिला के नल से पानी पीने के बाद तथाकथित उच्च जाति के लोगों ने टंकी से पानी निकाल दिया. फिर शुद्धीकरण के नाम पर नल को खोलकर उसे गौमूत्र से धोया. 18 नवंबर को अनुसूचित जाति की एक महिला, जो कर्नाटक के चामराजनगर जिले के हेगगोतारा गांव में एक विवाह समारोह में भाग ले रही थी. इस दौरान महिला ने एक ऐसे क्षेत्र में पीने के पानी की टंकी से पानी पिया, जहां तथाकथित उच्च जाति के लोग रहते हैं.वहां मौजूद लोगों ने जब यह सब देखा तो उन्होंने तुरंत महिला को वहां से हटाया. फिर शुद्धीकरण के नाम पर नल को खोलकर उसे गौमूत्र से धोया. यहां तक कि टंकी का पूरा पानी भी बहा दिया गया और उसे भी साफ किया गया. वहां मौजूद किसी शख्स ने इसकी शिकायत तहसीलदार से कर दी.स्थानीय तहसीलदार आईई बासवराज ने एनडीटीवी को बताया, "पानी की टंकी को साफ किया गया था, लेकिन मैं गौमूत्र से साफ करने की बात की पुष्टि नहीं करता हूं. घटना की जांच और इस घटना में शामिल लोगों के बार में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर कुछ पता चलता है तो भेदभाव का मामला दर्ज करेंगे."'स्थानीय अधिकारी ने कहा कि गांव में कई टैंक हैं, जिससे हर कोई वहां से पानी पी सकता है. स्थानीय अधिकारियों ने दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों के कई ग्रामीणों को सभी टैंकों में ले जाकर पानी भी पिलाया. उन्होंने कहा कि तहसीलदार अब आगे की कार्रवाई के लिए विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे.
INS : हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के ऊना में एक कार हादसे का शिकार हो गई. इसमें 11 लोग घायल हो गए जिसमें कई गंभीर हैं. घायलों का इलाज ऊना के एक अस्पताल में चल रहा है. वहीं, गंभीर रूप से घायल दो महिलाओं को चंडीगढ़ रेफर किया गया है. पुलिस ने बताया कि घटना ऊना जिले के बदाहर गांव की है. रविवार दोपहर एक कार में सवार होकर 11 लोग बदाहर गांव में स्थित अपने घर लौट रहे थे. गांव पहुंचते ही कार चालक को हार्ट अटैक आ गया. ड्राइवर को अचानक आए अटैक के चलते कार अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसे के चलते कार में सवार सभी लोग घायल हो गए.चालक सहित सभी घायलों को ग्रामीणों ने ऊना के एक अस्पताल पहुंचाया. दो महिलाओं की हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते उन्हें इलाज के लिए PGI चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया. घायलों में मदन लाल, कृष्णा, माया देवी, उर्मिला देवी, प्रवीण कुमारी, साक्षी, सिमरन, प्रभजोत, गुरबचनी देवी, प्रोमिला देवी और ड्राइवर अशोक कुमार शामिल हैं. ऊना पुलिस ने दुर्घटना का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है
INS : राजस्थान। उदयपुर जिले में एक ही परिवार के 6 लोगों की लाश मिली है। मृतकों में 4 बच्चे और उनके माता-पिता शामिल है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि पूरे परिवार ने एक साथ आत्महत्या कर ली है या फिर संदिग्ध परिस्थिति में उनकी मौत हुई है। मामला थाना क्षेत्र का है। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।जानकारी के मुताबिक मामला उदयपुर जिले की गोगुंदा तहसील का है। यहां स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि एक परिवार के 6 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस आत्महत्या और हत्या दोनों एंगल से जांच में जुट गई है। 6 लोगों के मरने से गांव में शोक की लहर है।
INS : गंजम। ओडिशा में एक कॉलेज में रैगिंग के नाम पर नाबालिग लड़की और लड़के को जबरन किस कराने का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। इस मामले में पांच स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया गया है। इनमें से दो नाबालिग हैं।मामला गंजम जिले के बिनायक एकेडमी कॉलेज बेरहामपुर का बताया जा रहा है। बेरहामपुर के SP सरबन विवेक एम ने बताया कि 5 स्टूडेंट को हिरासत में ले लिया है। उनके खिलाफ रैगिंग और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी अंतिम वर्ष का छात्र अभिषेक नाहक है। उसकी उम्र 24 साल है।सीनियर गर्ल्स भी हंसती नजर आईं वीडियो में देखा जा सकता है कि सीनियर्स फर्स्ट ईयर की एक लड़की और लड़के को आपस में किस करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। एक सीनियर पास कुर्सी पर बैठा है, उसके हाथ में एक डंडा है। वो लड़के को थप्पड़ मार रहा है और मजबूर कर रहा है कि वह लड़की को किस करे। लड़का लड़की को किस करता है। इसके बाद लड़की उठकर जाने लगती है तो सीनियर स्टूडेंट उसका हाथ पकड़कर बैठा लेता है। उसे हाथ में रखी झड़ी दिखाकर डराता है। मौके पर करीब 20 सीनियर स्टूडेंट नजर आ रहे हैं, जिनमें कुछ छात्राएं भी हैं। वे घटना का विरोध करने की बजाय हंसती नजर आ रही हैं।
INS : राजगढ़ : मध्य प्रदेश के राजगढ़ के सरकारी अस्पताल में मरीजों की डॉक्टरों से ज्यादा मुलाकात गाय से होती है। ये गाय ICU से लेकर जनरल वार्ड तक में भर्ती मरीजों का हालचाल लेती है। डॉक्टर इसे रिपोर्ट करते है या फिर ये गाय CMO के निर्देश पर मरीजों की देखभाल करती है ,इसे लेकर पुख्ता जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।फिलहाल,ICU में भर्ती मरीज़ गाय को यहां देखकर मान बैठे है कि उनका अंतिम समय करीब आ गया है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने ऊपर जाने से पूर्व गौ माता के दर्शन करा दिए है। शायद “मामा” की ये कोई सरकारी योजना हो। अब मरीज़ राधे-राधे जप रहे है।इन दिनों मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के सरकारी अस्पताल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अस्पताल के आईसीयू वार्ड में एक गाय को टहलते हुए देखा जा सकता है। ये गाय रोजाना कई वार्डो का चक्कर लगाती है। उसमे घूम फिर कर,खाने लायक सामग्री पर मुंह मारती है।यहां भर्ती मरीज़ उसे किसी डॉक्टर की पूर्व आत्मा मानते है।उनका मानना है कि पुराने सिविल सर्जन साहब ने मरने के बाद गाय के रूप में जन्म लिया है। लिहाजा वो इस जन्म में भी लचर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने रोजाना आते है। वो अस्पताल प्रशासन के कार्यो का जायजा लेने के बाद सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कटारिया को मरीज़ो के स्वास्थ्य से अवगत कराते है। पीड़ित मरीज़ो के मुताबिक,वार्ड बॉय और सुरक्षा गार्ड को डॉक्टर गाय साहब की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। उनके मुताबिक यह आम घटना है। कई मरीज़ तस्दीक कर रहे है कि ये गाय कोविड आईसीयू वार्ड से होते हुए सभी विभागों में खुलेआम घूमती-फिरती नजर आती है।अस्पताल परिसर में उसकी आवाजाही के लिए पर्याप्त प्रबंध किया गया है। उसके लिए कचरे के डिब्बे से लेकर मरीज़ो के मेडिकल वार्ड में अलमारिया भी लगाईं गई है। कई बार तो उसे मेडिकल वेस्ट के साथ-साथ टेबल पर रखी दवाइयां खाते हुए भी देखा गया है।उनके मुताबिक अस्पताल में दिनभर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के चलते गाय को किसी तरह की दिक्कत नहीं होती। फिर मरीजो को तो आखिरी समय राधे-राधे भजना ही होता है। ऐसे समय अस्पताल रूपी वृंदावन में गौ दर्शन होना भाग्य की बात है।
में ले आजमगढ़ (आईएनएस)| आराधना की हत्या करने और उसके कटे हुए शरीर के अंगों को कुएं में फेंकने के आरोप में रविवार शाम गिरफ्तार किए गए प्रिंस यादव ने कहा है कि उसने उसके साथ 'विश्वासघात' किया था, उसकी प्रेमिका होने के बावजूद उसने किसी और से शादी कर ली। आरोपी प्रिंस 9 नवंबर को आराधना को अपनी बाइक पर एक मंदिरगया और फिर अपने चचेरे भाई सर्वेश की मदद से गन्ने के खेत में उसका गला घोंट दिया। इसके बाद दोनों ने उसके शरीर के छह टुकड़े कर पॉलीथिन में भरकर कुएं में फेंक दिया। यह घटना 15 नवंबर को तब सामने आई जब स्थानीय लोगों को पश्चिमिमी गांव के बाहर स्थित एक कुएं के अंदर युवती का शव दिखाई दिया। अर्धनग्न हालत में मिला शव दो-तीन दिन पुराना लग रहा था। एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए प्रिंस यादव ने कबूल किया कि उसने अपने माता-पिता, चचेरे भाई सर्वेश और परिवार के अन्य सदस्यों की मदद से आराधना को मारने की योजना बनाई थी।
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